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"तब आएगा तुम्हारा कान्हा !!"

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तब आएगा तुम्हारा कान्हा !!       || कविता || ______________________ भुला कर चिंताएं सारी,  जपकर नाम गिरधारी ; अगर काट पाओगे तुम अपनी रातें ,  तो आएगा तुम्हारा कान्हा तुमसे करने बातें |  अपना नहीं , जब करोगे तुम मेरा काम पूरा ;  छोड़ कर सारी भौतिक इच्छाओं को अधूरा,  अगर तुम जी पाओगे मेरे वास्ते ; तब आएगा तूम्हारा कान्हा , तूमसे मिलने तुम्हारे घर के रास्ते | फल की नहीं,  जब करोगे तुम चिंता कर्म की ; बुराई कि नहीं , जब तुम स्थापना करोगे धर्म की,  कर दोगे अगर तुम पूरा यह काम ;  तो यह कान्हा भी हो जाएगा तुम्हारे नाम | जिस दिन तुम अपना प्रेमी , सत्य में मान लोगे मुझको ; दूंगा उस दिन मैं अपना असीम प्यार तुझको | पर क्या जी पाओगे तुम सिर्फ मेरे ही लिए ? ; जला पाओगे क्या तुम अपने हृदय में ,  कान्हा के नाम के दीये ||            - राधिका कृष्णसखी Image is also made by me .😊 HOME PAGE  -  HOME PAGE   of website ☝️☝️☝️☝️☝️ To find out more poems and stories.. _____________________________________...

" राधेश्याम की एक अनसुनी कहानी !! "

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" राधेश्याम की एक अनसुनी कहानी !! " आओ सुनाओ एक कहानी , है जिसकी प्रेरणा श्री कृष्ण और मां राधारानी | सुनो मेरे प्यारे सभी सखी सखाओ , है यह बात तब की ; जब जा रहे थे छोड़कर कान्हा अपने वृंदावन गांव | राधा जी को जैसे ही इसका चला पता , चल दी कृष्ण पास सब कुछ छोड़ खोल कर अपनी जटा | सुधबुध गंवा कर आई वह अपने जीवन के पास,   रख दी गोपाल के समुख दूर न जाने की उन्होंने आस | पर क्या करते नंदलाला बेचारे,  नियति के आगे वो भी थे हारे |  देख बहते अपनी प्रिया के आंसू ,  स्वयं जगत के पालन करता भी उस समय हो गए थे बेकाबू | भावुक होकर उन्होंने राधा को गले लगाकर सत्य समझाया , " सुन ले ! रे मोरी राधे प्यारी!! ; ये जगह है मोह माया | तू होती है काहे दुखी ! ,  रोएगी अगर तू तो मैं भी न रह पाऊंगा सुखी |  दूर कहां! मैं तो आ रहा हूंँ तोरे और भी ज्यादा पास ,  तेरे अंतर्मन में बस कर बना दूंगा तेरे अस्तित्व को और भी ज्यादा खास | " फिर उसी समय छोड़ राधकृष्ण ने शरीर अपने ; बना दिया खुद को एक ही प्राण , देव और पूण्य आत्माएं सारी ;  गाने लग गए थे दिव्य प्रेम के गुण-गान | दिव्...

"श्री जगन्नाथ जी का चमत्कार या कोई भ्रम था वो !!!'"

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 "श्री जगन्नाथ जी का चमत्कार या कोई भ्रम था वो  " कृष्ण की कृपा जिस पर एक बार पर जाए उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता , हमे हर परिस्थिति में उन पर विश्वास रखना चाहिए क्योंकि क्या पता ये उनकी कोई लीला हो ।।  आपने ये तो सुना ही होगा अगर मन में विश्वास गहरा हो और हृदय में अपार प्रेम हो तो भगवान को भी भक्त के पास आना ही पड़ता है .... ये सारी बाते मै इसलिए बोल रही हूं क्योंकि मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ कुछ समय पहले ....।। मुझे नहीं पता कि कब में कृष्ण के बहत करीब आगई...  शुरू-शुरू में तो वो मेरे सिर्फ दुख के ही साथी थे , पर धीरे धीरे मेरी अंतरतत्मा ही बन गए कृष्ण |  बात कुछ समय पहले की ही है,  मै सौभग्यवश एक सत्संग में गई थी अपने परिवार के साथ , वहा उस समय भगवान श्री जगन्नाथ जी के विषय में चर्चा चल रही थी | श्री जगन्नाथ के विषय में पहली बार मैंने इतनी गहरी बाते सुनी थी , जिसे सुनकर मै दंग रह गई मुझे वहा पता चला श्री जगन्नाथ में श्री बांकेबिहारीजी का ह्रदय वास करता है ... वहा एक दिव्य आलौकिक शक्ति वास करती है ... ये बात जानकर मै आश्चर्यचकित रह गई और मन ही मन वह...