"तब आएगा तुम्हारा कान्हा !!"

तब आएगा तुम्हारा कान्हा !! || कविता || ______________________ भुला कर चिंताएं सारी, जपकर नाम गिरधारी ; अगर काट पाओगे तुम अपनी रातें , तो आएगा तुम्हारा कान्हा तुमसे करने बातें | अपना नहीं , जब करोगे तुम मेरा काम पूरा ; छोड़ कर सारी भौतिक इच्छाओं को अधूरा, अगर तुम जी पाओगे मेरे वास्ते ; तब आएगा तूम्हारा कान्हा , तूमसे मिलने तुम्हारे घर के रास्ते | फल की नहीं, जब करोगे तुम चिंता कर्म की ; बुराई कि नहीं , जब तुम स्थापना करोगे धर्म की, कर दोगे अगर तुम पूरा यह काम ; तो यह कान्हा भी हो जाएगा तुम्हारे नाम | जिस दिन तुम अपना प्रेमी , सत्य में मान लोगे मुझको ; दूंगा उस दिन मैं अपना असीम प्यार तुझको | पर क्या जी पाओगे तुम सिर्फ मेरे ही लिए ? ; जला पाओगे क्या तुम अपने हृदय में , कान्हा के नाम के दीये || - राधिका कृष्णसखी Image is also made by me .😊 HOME PAGE - HOME PAGE of website ☝️☝️☝️☝️☝️ To find out more poems and stories.. _____________________________________...