ताशी 2 - "एक अनोखी मुलाकात"

ताशी 2 - "एक अनोखी मुलाकात" दिनांक - _ | _ |20_ _ सबसे पहले तो प्यारी डायरी तुमको राधे राधे और ढेर सारा प्यार ... तो आज मेरा जन्मदिन है और आज ही एक दिन से मैं तुम्हारे साथ एक नई शुरुआत करने जा रही हूँ ... मैं रोज तो लिखना भूल जाती हूँ अपने आलास की वजह से पर कोशिश करूँगी तुम्हारे साथ कुछ खास और अहम पल बांट सकू ... तुमको तो पता ही है वो सब होने के बाद कितना अकेला महसूस हो रहा है ... चारो तरफ डर का माहौल है केवल ... मुझे समझ नही आता किस से करू दिल की बाते में ... तो अब तुम मिल गयी हो न...सब अच्छा होगा क्यों ? ● दिनांक - _ | _ |20_ _ सुनो ... मुझे यहाँ अब अच्छा नही लगता कुछ भी पहले जैसा नहीं है ... पर पता नहीं आजकल मेरा दिल ज्यादा धक धक कर रहा है...लगता है कोई मेरा नाम लेता है कोई बुलाता है पता नहीं कौन ...!! शायद वो तो नहीं| ● दिनांक - _ | _ |20_ _ आजकल तो बाहर निकल पर भी पाबंदी हो गयी है ... बस डर का माहौल है ... तुमको पता है मुझे अब डर लगना बन्द होगया है जब से मेरे साथ वो हादसा हुआ है ... मैं अभी जल्दी में हूँ जल्दी तुमको सारी बात विस्तार से बताऊंगी ... जाती हुँ | ● दिनां...