Posts

Showing posts from January, 2025

कृष्ण और उसका वृंदावन !!

Image
  कुछ देर हम ट्रेन पर बैठे रहे .... बाहर देख रहे थे तभी मथुरा जंक्शन आने को ऐसा मोबाइल से मुझे पता चला... उसी समय मैंने जबर्दस्ती कृष्ण के कान में एरफोन डाले और खिड़की पर्दे से ढक कर उसका ध्यान भटकाने लगयी.... बड़ी मुश्किल से अपने कारनामो में सफल होने के बाद .... बृन्दावन स्टेशन भी आगया... मैंने जल्दी से कृष्ण  को उतरवाया ... ट्रेन से उतरते हुए उन्होंने मुझसे कहा "ये तुम क्या हर चीज में जल्दी जल्दी करती हो... पहले बता देती यहाँ उतरना है... इतना धक्का तो नहीं मिलता...वैसे हम है कहाँ........" वो  ये बोल ही रहे थे कि तभी वृंदावन नाम म बोर्ड पढ़ते हुए अचानक से रुक गए.... "कुछ कह रहे थे आप ??" मैंने उन्हें छेड़ते हुए कहा "चलते है...आगे... !!" उन्होंने एक दम धीरे से कहा फिर हम स्टेशन से बाहर निकल कर ऑटो में बैठ गए... कृष्ण पूरे रास्ते शांत था..., वो बस बाहर देख रहा था... लग रहा था जैसे कुछ खोया हुआ ढूंढ रहा हो....जब ऑटो वाले ने हमे हमारी मंजिल पर उतारा... तो कृष्ण ने उतरकर सबसे पहले ... वृंदावन की माटी को बैठ कर छुआ... ऐसा लग रहा था... जैसे किसी पुराने दोस्त से ...

कृष्ण कुछ कहना था... बुरा तो नहीं मानोगे ?

Image
  तुम कौन हो ? वो मोरपंख वाले... जिसके सिर पर घुंघराले है बाल... या फिर हो वो ग्वाला जो चलता है हिरन की चाल... हे स्वांग रचने वाले अभिनेता!! कितना तू खुद को रंगेगा और कितनी तू परतों में खुद को ढेकेगा... जितना तुझको जानना चाहूँ उतना ही तुझमे उलझ जाती हूं न जाने कैसे तेरे पास आने की जगह तुझसे दूर मैं अपने आप हो जाती हूं... जानती हूँ मेरी इन बेतुकी बातों का अर्थ तू ही है... और तेरे मेरे बीच की दीवार भी मेरा ये मैं ही है !! प्रेम समझने के लिए उस दिन मैं तेरे द्वार पर आई थी... तुम्हारा रास्ता तो मुझे नही पता है कृष्ण... पर उस दिन तुम खुद ही द्वार तक ले आए थे... शायद उस दिन प्रेम सीखने का ही दिन था... यानी प्रेम का दिन... मेरी हिम्मत नही हो रही थी द्वार खतखाने की...लग रहा था किस हक से तुमको बुलाऊ.... अगर तुम्हारा नाम लुंगी सीधे तो ये तो तुम्हारे ईश्वर होने का अपमान होगा... कैसे मुझसे महान व्यक्तित्व को उसके नाम से बुला रही हु.... और अगर तुमको अपना कहकर बुलाऊँ... तो फिर मन कहता क्या सच मे तुमको अपना कहने का हक है मुझे.... ये द्वंद मेरे मन मे चल ही रहा था .... कुछ देर बाद म...